राखी – ये? जब मै आठ-नौ साल की थी तभी मेरी दादी ने मेरे सीने पर ये गुदवा दिया था. इसमें मेरा नाम लिखा हुआ है.
इधर मेरा लंड टाईट होने लगा था .
मै जान बुझ कर उसके चूची पर हाथ रखे रहा और काफी धीरे धीरे सहलाते हुए कहा – मुझे आज तक पता नहीं था की तू तीन बच्चे की माँ है. मुझे लगा कि तेरी अभी अभी शादी हुई होगी. तेरा बदन तो एकदम ढीला नहीं हुआ है.
राखी – अच्छा? बदन ढीला होता है तो क्या होता है?
मैंने उसके चूची को दबाते हुए कहा – देख, तेरी चूची अभी भी किसी कुंवारी लड़की से कम टाईट थोड़े ही है. मैंने दोनों चूची को बारी बारी से दबा दबा कर मुस्कुराते हुए कहा – तू अभी भी किसी कुंवारी लड़की से कम नहीं.
राखी – वो तो मेरा मरद भी कहता है.
मै उसके चूची को खुल्लम खुल्ला जोर जोर से दबाने लगा.अब मुझे अन्दर से काफी यकीन हो गया कि इस से कुछ और भी काम करवाया जा सकता है. मैंने अपनी एक टांग उसके ऊपर चढाते हुए उस से सट कर कहा – राखी अगर मै तुमसे एक सवाल पूछूंगा तो तुम बुरा तो नहीं मानोगी?
राखी ने कहा – पहले पूछिए तो सही.
मैंने कहा – तू अपने मरद से रोज़ सेक्स करती है क्या?
राखी – सेक्स मतलब?
मैंने कहा – मेरा मतलब तू अपनी पति से रोज़ चुदवाती हो क्या?
राखी – नहीं , रोज़ तो नहीं लेकिन लगभग हर तीसरे दिन वो मुझे चोद ही डालता है.
मैंने कहा – राखी, तुमने जो कहा की हथियार यानी लंड को बड़ा कीजिये . कितना बड़ा होना चाहिए ये?
राखी – उतना तो जरुर होना चाहिए कि बीबी को खुश रख सके.
मैंने कहा – तेरे मरद का कितना बड़ा लंड है?
राखी – कोई ख़ास नहीं. लेकिन ठीक ठाक है.
मैंने कहा – मेरा लंड क्या सचमुच काफी छोटा है? क्या मै सचमुच अपनी बीबी को खुश नही कर पाऊँगा?
मेरे सवाल को सुन कर वो मुसुकुराने लगी .मैंने भी उस कि चूची को मसलते हुए फिर कहा – ए, बोल ना, मेरा लंड क्या सचमुच काफी छोटा है? क्या मै सचमुच अपनी बीबी को खुश नही कर पाऊँगा? क्या कोई उपाय है क्या लिंग को बड़ा करने का?
राखी ने हँसते हुए कहा- अरे विशाल बाबु ,इतने सारे सवाल एक साथ? मै क्या कोई मास्टर हूँ? मै तो मज़ाक कर रही थी, लंड के छोटे बड़े होने से बीबी को थोड़े ही कोई फर्क पड़ता है? वैसे आपका लंड इतना भी छोटा नही है.
राखी के मुह से लंड शब्द सुन कर मेरे मन में कुछ होने लगा.
मैंने कहा- अच्छा, ये बता कि बीबी को तो बड़ा लंड चाहिए ना?
राखी ने कहा- मर्द का लंड कितना भी छोटा क्यों ना हो वो बीबी को चोद ही डालता है. बीबी की चुदाई हर लंड से की जा सकती है.
राखी के इतना खुल के बोलने पर मै पूरी तरह से आज़ाद हो गया.
मैंने उस पर लगभग चढ़ गया और अपना लंड उसके बदन पर दबाते हुए पूछा – अगर बीबी की गांड मारनी हो तो?
राखी ने कहा – वो भी होती है. चूत और गांड सभी आराम से मार सकते हो.
मैंने उसके चूची को जोर से दबाते हुए कहा – राखी, बड़े लंड से चुदवाने पर औरत को ज्यादा मज़ा आता है या दर्द होता है?
राखी – ये तो चुदने वाली औरत पर निर्भर करता है कि वो नयी है पुरानी. अगर नयी हुई तो छोटा लंड भी उसे दर्द देगा. लेकिन अगर पुरानी हुई तो बड़ा लंड भी उसे मज़ा देगा.
मैंने राखी से कहा- राखी , अगर तुम बुरा नहीं मानो तो क्या तुम मेरे लंड को देख कर बता सकती हो की मेरा लंड कितने पानी में है?
राखी ने मुस्कुराते हुए कहा- ठीक है. आप पैंट उतारो . मै देखती हूँ आपके लंड को .
मैंने पैंट उतार दिया. अब मै अंडरवियर में था. मेरा लिंग खडा हो गया था .
मैंने कहा- बताओ.
राखी ने कहा – अरे बाबा , पूरा दिखाओ ना. ये अंडरवियर उतारो ना.
मेरा दिल जोर से धड़क रहा था. मैंने आज तक किसी मर्द के सामने अपने लंड को नहीं दिखाया ये तो औरत है. लेकिन फिर भी मन में एक अजीब सा आनंद था कि कोई औरत स्वयं ही मेरे लंड को देखना चाहती है. इसलिए मैंने थोडा हिचकते हुए अपने अंडरवियर को अपने लंड से थोडा नीचे किये. मेरा लंड सामने आ गया.
राखी जमीन पर ठेहुने के बल बैठ गयी और अपना मुह मेरे लंड के सीध में लेते आई. मेरे लंड को वो गौर से देख रही थी . उसने मेरे अंडरवियर को पकड़ा और जमीन तक लेते आई. मैंने पैर उठा कर अंडरवियर को पुरी तरह खोल दिया. अब मै कमर के नीचे बिलकूल नंगा था. अचानक राखी ने मेरे लंड को पकड़ा और उसे सहलाने लगी. मेरा लंड तनतना गया .
मैंने कहा- ये क्यों कर रही हो?
राखी ने कहा- देख रही हूँ कि कितना बड़ा होता है.
मुझे काफी आनंद आ रहा था. मेरे सामने रात वाली ब्लू फिल्म का सीन दौड़ने लगा.
मैंने कहा – बोल ना? कैसा है मेरा लंड?
राखी – बढ़िया है बाबा. एकदम परफेक्ट.
मैंने कहा – अब बता , तेरे मरद से बड़ा है कि छोटा..?
राखी – बिलकूल बराबर है.
मैंने कहा- राखी, आज तक मैंने किसी औरत का चूत नहीं देखा है तू अपनी चूत मुझे दिखा ना. मै सिर्फ देखूँगा. कुछ करूंगा नहीं.
राखी ने कहा- ठीक है. इसमें कौन सी बड़ी बात है.
कह कर वो खडी हुई और एक झटके में अपनी साडी खोल दी. उसने पेटीकोट नही पहनी थी. उसने पेंटी पहन रखी थी. उसने खुद ही अपनी पेंटी को थोड़ी नीचे कर दी . मै उसके चूत को एकटक निहार रहा था. चिकना चूत था उसका. चौड़ा और फुला हुआ.
मैंने कहा- ये पेंटी पूरा खोल ना.
उसने अपनी पेंटी पूरी तरह से खोल दी. अब वो सिर्फ ब्लाउज में थी. इधर मेरा लंड तनतना रहा था.
मैंने झट से कहा- राखी मै तेरे चूत को छूना चाहता हूँ.
वो बोली – छु लो ना. इसमें कौन सी बड़ी बात है?
मै उसके चूत को सहलाने लगा. बिलकूल ही कोमल पत्ते की तरह बुर था . उसने भी मेरा लंड पकड़ लिया. अब मै कुछ भी करने के लिया आज़ाद था. मैंने एक हाथ उसके चूची पर रखा और सहलाने लगा. अगले मिनट में ही मैंने उसके चूची को भी नंगा कर दिया.
अब वो मेरे सामने बिलकूल नंगी खड़ी थी और मेरा लंड सहला रही थी.
मैंने कहा – राखी, तेरी चूत एकदम इतनी चिकनी कैसी है? क्या रोज़ शेविंग करती हो?
राखी – मेरा मर्द है ना. वो हर सप्ताह मेरी चूत अपनी रेजर से साफ़ कर देता है.
ये सुनते ही मेरा लिंग इतना बड़ा हो गया था कि मैंने कभी कल्पना भी नही की थी कि मेरा लंड इतना बड़ा हो सकता है.
मैंने कहा – हाय, इतनी चिकनी चूत देख मुझे इसे चूसने का मन कर रहा है.
राखी – तो चुसो ना साहब इसे.
मैंने राखी को अपने बिस्तर पर लिटा दिया और उसके चूत पर अपनी जीभ घुसा कर उसे चाटने लगा. राखी 3 बच्चों की माँ हो कर भी किसी कुवारी लड़की से कम नहीं थी. उसका बुर और चूची में काफी कडापन था. थोड़ी देर में उसके चूत ने मस्त पानी निकाला. मै उसके पानी को चाटने के बाद धीरे धीरे मै ऊपर की तरफ बढ़ा और उसकी चूची को मुह में ले कर चूसने लगा.
मेरा लंड तनतना रहा था. राखी ने मेरे लंड को पकड़ कर सहला रही थी.
वो बोली – विशाल बाबा, एक काम करो. तुम अपना लंड मेरे चूत में डालो. तब पता चलेगा कि तुम्हारा लंड का साइज़ सही है कि नहीं.
मैंने कहा – तू मुझसे चुदवायेगी?
वो बोली – हाँ, क्यों नहीं. जरा देखूं तो सही. बाबा का हथियार सही है या नहीं?
मै मन ही मन काफी खुश हो गया. मैंने अपने लंड को एक हाथ से पकड़ा और राखी के बुर में घुसा दिया. जब मेरा लंड राखी के बुर में अन्दर जा रहा था तो मुझे काफी मज़ा आया. मैंने काफी अन्दर तक अपना लंड घुसा दिया. लेकिन वो कराहने लगी.
वो बोली – बस बाबा, अब और अन्दर नहीं जाएगा. बहुत बड़ा है तेरा लंड. अब यही से चोदो.
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